एसआरटी परिसर में मानव अधिकार कार्यशाला का आयोजन
 


टिहरी। केंद्रीय विवि के एसआरटी परिसर बादशाहीथौल में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सहयोग से विधि विभाग की ओर से एक दिवसीय मानव अधिकार प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने छात्रों को मानव अधिकार और उनके उपयोगों के बारे में जानकारी दी। मंगलवार को एसआरटी परिसर बादशाहीथौल के सभागार में आयोजित मानव अधिकार प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ जिला जज कुमकुम रानी ने दीप प्रज्जवित किया। 

उन्होंने कहा कि सभी लोगों को मानव अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ क्या-क्या अधिकार हैं उनकी जानकारी रखनी चाहिए। जिला जज ने मानव के मूल अधिकार, सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय और जिला न्यायालय के कार्यों एंव वहां पर आने वाले विभिन्न वाद के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में सिविल जज अशोक कुमार ने न्यायालयों के व्यावहारिक ज्ञान के बारे में छात्रों को बताया। केंद्रीय विवि चंडीगढ़ के डॉ. पुनीत पाठक व नई टिहरी बार एशो. अध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट ने लेबर अधिनियम, सिविल जिम्मेदारी अधिनियम 1988, वन अधिकार अधिनियम 2006, बाल मजदूरी आदि के बारे में जानकारी दी। डॉ. एसके चतुर्वेदी ने बाल अधिकार, मानव अधिकार अधिनियम, बाल संरक्षण पर अपना व्याख्यान दिया। परिसर निदेशक प्रो.एए बौड़ाई ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से विधि की पढ़ाई करने वाले छात्रों एवं शोधार्थियों जानकारी अर्जित करने का मौका मिलता है। कार्यशाला में प्रो. डीएस कैंतुरा, एके पाण्डेय, वीके अग्रवाल, गीताली पड़ियार, एनके अग्रवाल, केएस रमोला, प्रो. रूकमा रावत, डॉ. रविन्द्र सिंह, अर्चना शाह, विशाल गुलेरिया, आलोक कुमार, पित्रेश भट्ट, तुलिका धनाई, डॉ. केके बंगवाल, हंसराज बिष्ट, शिवानी बिष्ट, राजपाल मियां, संदीप जोशी,एसएचओ सुंदरम शर्मा आदि उपस्थित रहे।